ना कुरेदा करो जख्मों को मेरे अक्सर यूँ अब तुम, आँसू पोंछने वाले मेरे हाथों को अब कलम का सहारा मिल गया है.. अल्फाज़ मेरे चुभ जाये तो माफ करना, वो क्या है ना टूटे हुए की फितरत में होताहै चुभना... ~~~~~~~~shalinisahu~~~~~~~~ #writing #sorry #aanshoo #mythoughts #yqhindi #shalinisahu #yqbaba