समंदर सूख गए तेरे जिस्म की गर्मी से हां वो समंदर सूख गए तेरे जिस्म की गर्मी से लोगो ने अपने आंखों से नदिया बहा दिया मेरा तेरे लिए लिखे चंद शब्दों को आंखों के नमी मे पढ़ने से फिर किस काम की वो तेरे जिस्म की गर्मी जो दो लफ्जों मे ही सहम जाते है फिर खत्म हो जाते है - nayak 0.9 ☑ #Fewwords -nayak 0.9 ☑ 🍁🍁______________________ समंदर सूख गए तेरे जिस्म की गर्मी से हां वो समंदर सूख गए तेरे जिस्म की गर्मी से लोगो ने अपने आंखों से नदिया बहा दिया मेरा तेरे लिए लिखे चंद शब्दों को आंखों के नमी मे पढ़ने से