क्या सीधा सरल पन उसको कोई समझ पाता क्या शातिर दिमाग उसमें भी शक करते हैं विभिन्न प्रकार के व्यक्तित्व हैं इस संसार में कोई सीधा सरल अबोध भोला भाला हो जाता है कोई तेज दिमाग शातिर हो जाता है पर बात यह है कि कौन बेहतर तरीके से जीवन जी पाता है मेरे सोचने से तो जो सीधा-साधा जिसके हृदय में भावनाएं पवित्र बह रही हो क्योंकि बुद्धि के कुशाग्र होते ही भावनाएं रस खो देती हैं