परछाई तुम्हारी मेरे दिल में बसी है, यादें तुम्हारी मेरी आँखों में बसी है, कैसे भूल जाऊं मैं तुम्हे ऐ सनम, मोहब्बत जो तुम्हारी मेरी साँसों में बसी है ANAM.....