आप भला ते सब भला जब होय आप हीं तभी कोई कुछ देय जो होय ना कुछ सब रूठे ते रब रूठे जग हूँ रूठे रूठे पीड़ पराए... जग ते झूठे नाते रिश्तें आऐ ना कबहूँ कोई काम जे तेऽ राखे राम बुरा ते सब रिश्तें नाते होत अधूरा.... ©payal kuwar # धूंधली दूनिया....