भूख प्यास से बेहाल, मीलों तक वो चलती रही, थक गई जब, बेसुध होकर, गिरती रही, चलती रही, उस नन्ही सी जान के आगे, वो भूख प्यास बड़ी थी, मर गयी वो सरकार के आगे, शायद सरकार की कुर्सी बड़ी थी !! Pic Credit: Google #zindgi #bhookh_pyas #riturajgupta #corruptsystem #liveyourlife #poetryhub