टूटे दिल में एक आग लिये बैठे हैं, अरमान तो जल चुके बस राख़ लिये बैठे हैं,, सुना था किस्से-कहानियों में पागलपन किसी हद तक, वैसे हम भी आखों में आंसू और जुबान पर तेजाब लिये बैठे हैं,, #पागलपन #पागलमन