Nojoto: Largest Storytelling Platform

क्या लिखूं मै आज।। मेरी ज़िन्दगी उनकी रहमत है ।।

क्या लिखूं मै आज।।

मेरी ज़िन्दगी उनकी रहमत है ।।

जिनका मेरे सांस के हर जरे जरे में सहमत है।।
और मां बाप से बड़ा ऐसा कोई ना जन्नत है
क्या लिखूं मै आज।।

मेरी ज़िन्दगी उनकी रहमत है ।।

जिनका मेरे सांस के हर जरे जरे में सहमत है।।
और मां बाप से बड़ा ऐसा कोई ना जन्नत है