तुम और बातें पता है जब तुम बातें करते हो मुझसे लगता है वक्त खत्म ना हो रुक जाये वो लम्हा और सुनता रहूं मैं तुमको हवा छूती है तो तुमको मेहसूस करता हू फिजा के रंग सा तुमको खुद में भरता हू और डूब जाता हू तेरी उस आवाज के जादू मे जो मुझको हर घड़ी मध्यम सा मीठे रस सी लगती है तुम खुश तो हो ना अब, हाँ मैं भी अब खुश ही हू याद है पल वो सब अफ़साने भी वो सब जब मैं और तुम पास में थे....... #tumaurmai