ढूंढो अगर तुम मुझे........ ढलते शाम में बिखरे आसमां के सिंदूरी रंग में मिलूंगी मैं......... पतझड़ के गिरते पत्तों के पीलेपन में भी मिलूंगी मैं........ जाडो़ की मीठी गुनगुनी धुप की गुनगुनाहट में मिलूंगी मैं........ ढूंढो अगर तुम मुझे.......... तुम्हारे गूॕजते ठहाको के गूँज में,महसूस करोगे तो मिलूँगी मैं दर्द में जो तुम्हे सुकून दे जाये,बन कर वो मरहम मिलूंगी मैं....... हम रूबरू कभी हो ना हो, हर शब तुम से ख्वाबों में मिलूंगी मैं...... तुम यहाँ वाहाॕ ना ढूंढो मुझे,तुम्हे तुम्हारे ही अंदर मिलूंगी मैं........ ©Chanchal Chaturvedi #ढूंढो_अगर_तुम_मुझे #Chanchal_mann #Hindi #poem #Life #poetess #author #Love #fellings