जिसका मेहबूब ही इतना नशीला हो, उसे मयखाने चक्कर लगानेकी क्या जरूरत? जब इश्क़ का खुमार इसकदर चढ़ा हो, इस नशे के आगे मय की क्या औकात? ©viswa © fever of the week @N17