यूँ डूबा हूँ, इश्क़ मे तेरे जैसे डूबे है रात कोई बाहों में उजाले के सीने पे रख के बात कोई फिरूँ बन के मस्त -मगन में बंजारे से,हालात कोई जपता फिरूँ मैं माला तेरी जैसे खुदा का साथ कोई यूँ डूबा हूँ,इश्क़ में तेरे जैसे डूबे है ,रात कोई #पारस #बंजारा #इश्क़ #माला