एक जीवन बसता है उस कुन्ज में एक फूल खिलता है उस कुन्ज में एक दुनिया रहती है उस कुन्ज में और हमारी सांसें भी बसती है उस कुंज में चल अपने कुन्ज को कटने से बचाते हैं कुछ अच्छे कर्म कर अपने कुन्ज बिहारी को मनाते हैं 👉6 से 8 पंक्तियों में ' उस कुन्ज मे ' पर अपनी रचना करें । (5 फरवरी प्रतियोगिता विषय) 👉@ Collab करने के बाद कमेंट में Done लिखें । 👉11:30 pm तक आपको रचना पोस्ट कर दें । 👉यह एक काव्य प्रतियोगिता है जिसमें कवियों को एक विषय दिया जायेगा जिससे सम्बंधित नियम उस विषय के caption में रहेगा । 👉@ प्रतिदिन एक रचना को विजयी घोषित किया जायेगा तथा नवरचना साहित्य पब्लिकेशन्स की टीम यदि दो रचनाओं में विभेद नहीं कर पाती है तो दोनों रचनाओं को सामान रूप से विजयी घोषित किया जायेगा । 👉रचना का चुनाव बिना किसी भेदभाव के नवरचना साहित्य पब्लिकेशन्स की टीम करेगी जिसपर कोई आपत्ति नहीं कर सकता । 👉यदि आपकी रचनाएँ नवरचना साहित्य पब्लिकेशन्स की टीम को निरंतर अच्छी लगती हैं तो आपकी रचना को हमारी मासिक प्रतियोगिता में स्थान दिया जायेगा ।