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मेरे खामोश लबों को तुम, पहचान लेती हो मां, मैं क

मेरे खामोश लबों को तुम, 
पहचान लेती हो मां, 
मैं कुछ कहना चहुँ, 
इससे पहले, 
तुम सब जान लेती हो मां, 
तुम्हारी ममता में पल-पलकर,
मैं कितना भी जिद्दी हो जाऊं, 
गुस्से हीं गुस्से में तुम,
मेरे हर ज़िद को,
मान लेती हो मां। 

~Vikram Kumar Anujaya  #maa.. #mamta #love #care #treasure
मेरे खामोश लबों को तुम, 
पहचान लेती हो मां, 
मैं कुछ कहना चहुँ, 
इससे पहले, 
तुम सब जान लेती हो मां, 
तुम्हारी ममता में पल-पलकर,
मैं कितना भी जिद्दी हो जाऊं, 
गुस्से हीं गुस्से में तुम,
मेरे हर ज़िद को,
मान लेती हो मां। 

~Vikram Kumar Anujaya  #maa.. #mamta #love #care #treasure