सांसे तो आती-जाती रहेंगी कभी तुम भी तो चले आया करो गलतफहमियों के कमरे बहुत बड़े हैं कभी यकीन के गलियारों में भी टहल आया करो इश्क करो न करो,तेरी सादगी पर फ़ना हैं कभी दूर से ही सही,थोड़ा मुस्कुराया करो जो सह न सके,वो इश्क कर न सकेगा थोड़ी सख़्ती तुम हमपे आज़माया करो तैरने में यूं तो हम हो गए हैं माहिर फिर भी ख़्यालों में अपने हमें डुबाया करो नज़र से न छुओ,नज़र लग रही है कभी ताबीज़ जैसे गले से लगाया करो... © abhishek trehan #सांसें #इश्क़ #गलतफहमियाँ #manawoawaratha #yqdidi #yqaestheticthoughts #yqrestzone #yqbaba