Nojoto: Largest Storytelling Platform

कहु तो क्या कहुँ जो भी कहुँ वो सोच में कहा आती अपन

कहु तो क्या कहुँ
जो भी कहुँ वो सोच में कहा आती
अपनौ ने इतना घाव हिया कि
सोचने की उम्मीद ही घायल हो गया
तरिका भी बदल ने को सोचता है।

सोचु तो क्या सोचु
कहु ती क्या कहु
करु तो क्या करु।
कहु तो क्या कहुँ
जो भी कहुँ वो सोच में कहा आती
अपनौ ने इतना घाव हिया कि
सोचने की उम्मीद ही घायल हो गया
तरिका भी बदल ने को सोचता है।

सोचु तो क्या सोचु
कहु ती क्या कहु
करु तो क्या करु।