हम ही जानते हैं कैसे पूरे किए हैं अपने सारे ख़्वाब, औरों को तो छोड़ो, जिसे समझा था हमराही अपना, ज़रा सा अँधेरा देखकर डर गया वो आफ़ताब, सूरज ढलने के बाद हमने निगाहें चाँद पर डाली, पर रोशन सवेरा देखकर डर गया वो मेहताब।। #shayari #poem #quotes #inspiration #optimistic