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कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थे एक दुसरे को

कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थे 
एक दुसरे को कभी न छोड़ने की कसमे भी खाई थी हमने
हमेशा साथ रहने के वादे भी किए थे
कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थे।। 
सब सही था 
वो खुश थे मैं भी मगन थी 
हमारा सपनो से भरा संसार था 
गिले सिखवे भी थे कुछ कुछ 
पर हमने अपने प्यार से उसे ढक रखा था
कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थ।। 
हम एच दुसरे से इतना प्यार करते थे 
भविष्य की भी सोच रखी थी हमने तो 
एक प्यारा सा परिवार था हमारा 
हम सब साथ थे, खुश थे 
कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थे।।
जब हम साथ होते थे 
हमे किसी और की जरूरत नही होती थी 
एक दूसरे के पक्के दोस्त बन गये थे हम
सुख दुख सब बाटा करते थे 
लड़ाई भी हुई थी बहुत सी हमारी
पर रिश्ते टूटने की नही आई थी बारी
कुछ सपने थे हमारे जो हमने साथ मिलकर देखे थे।।
फिर ना जाने किसकी नजर लग गई सपनो को हमारे 
एक एक कर बिखर गए सारे 
बहुत कोशिश की मेने उन्हे समेटने की 
पर मेरी मुट्ठी मे ना आए वो एक भी 
कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थे।। 
खुली ऑखो से बिखरते देखे है मेने सपनो को 
ज़िन्दगी बेरंग हो गई थी मेरी 
पर अब संभल गई हूँ मैं 
जीवन मे आगे बढ चली हूँ मैं 
अब तो ना वो मेरे हैं और ना वो सपने हमारे 
कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थे ।। #कुछ_सपने_थे_हमारे_जो_हमने_साथ_मिलकर_देखे_थे
कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थे 
एक दुसरे को कभी न छोड़ने की कसमे भी खाई थी हमने
हमेशा साथ रहने के वादे भी किए थे
कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थे।। 
सब सही था 
वो खुश थे मैं भी मगन थी 
हमारा सपनो से भरा संसार था 
गिले सिखवे भी थे कुछ कुछ 
पर हमने अपने प्यार से उसे ढक रखा था
कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थ।। 
हम एच दुसरे से इतना प्यार करते थे 
भविष्य की भी सोच रखी थी हमने तो 
एक प्यारा सा परिवार था हमारा 
हम सब साथ थे, खुश थे 
कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थे।।
जब हम साथ होते थे 
हमे किसी और की जरूरत नही होती थी 
एक दूसरे के पक्के दोस्त बन गये थे हम
सुख दुख सब बाटा करते थे 
लड़ाई भी हुई थी बहुत सी हमारी
पर रिश्ते टूटने की नही आई थी बारी
कुछ सपने थे हमारे जो हमने साथ मिलकर देखे थे।।
फिर ना जाने किसकी नजर लग गई सपनो को हमारे 
एक एक कर बिखर गए सारे 
बहुत कोशिश की मेने उन्हे समेटने की 
पर मेरी मुट्ठी मे ना आए वो एक भी 
कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थे।। 
खुली ऑखो से बिखरते देखे है मेने सपनो को 
ज़िन्दगी बेरंग हो गई थी मेरी 
पर अब संभल गई हूँ मैं 
जीवन मे आगे बढ चली हूँ मैं 
अब तो ना वो मेरे हैं और ना वो सपने हमारे 
कुछ सपने थे जो हमने साथ मिलकर देखे थे ।। #कुछ_सपने_थे_हमारे_जो_हमने_साथ_मिलकर_देखे_थे