गम का अंधेरा हें जल्दी ढल जायेगा ! मन मे भरोसा हें मेरी मैया आयेगी ॥ सिंग चढ़ आयेगी मेरी लाज बचायेगी ! मैया मेरी सुने ना ये हो नहीं सकता हें ॥ बस भगतों क़े ये भाव परखती हें ! ये सारे संकट हर लेती हें ॥ जो भाव अटल हें तॊ ये रुक नहीं सकती ! ये दौड़ी दौड़ी आती हें प्यार से गले लगाती हें ॥