जो अबकी दूर गए तुमसे तो वापस फिर न आएंगे। जो बिछड़ गए फर से तुमसे तो सायद मिल न पाएंगे। तुम इश्क इबादत कर लेना, या फिर से मुहब्बत कर लेना। अब इन अनजानी गलियों में, हम फिर से लौट न पाएंगे। जीते जी तुमसे प्यार किया, मर कर भी इश्क निभाएंगे। पर इतना जाना याद रहे, है फिर से लौट न पाएंगे। उपेंद्र लखनवी ©Happy Sharma #YouNme upendra Lucknowi