इस कदर माँग बैठा हुँ खुदा से मैं तुमको, कि खुदा याद रखता है यादों में तुमको।। इस कदर बढ़ रही है ये धड़कन हमारी, कि पहले भी देखा हो ख्वाबों में तुमको।। इस कदर हो चुका है, नशा मुझको तेरा, कि अब मैं ढूँढता हूँ शराबों में तुमको।। इस कदर हो गई हो तुम मुझ से रूबरू, कि पहचान लेता हूँ नकाबों में भी तुमको।। इस कदर बस गई हो तुम सवालों में मेरे, कि मैं पढ़ रहा हूँ किताबों में तुमको।। ©Anurag Surana #इस_कदर #nojotohindi #nojoto #nojoto_shayari #shayar #nojoto #nojoto_original #shayari_hindi #shayarbadnaam #my_thoughts Díkshã Lãshkarì