अब थमा है दिल..ये पैग़ाम आया है उनके होठों पे फिर मेरा नाम आया है . तबीयत नासाज़ होगी या बरहम ही सही बादलों को भेजना मेरा अब काम आया है . आसमां रखेगा तुझे निगाह में ये सुकूं रख क़ाबिल इश्क़ मेरा जो हिस्से इनाम आया है . कि चल पड़ा हूँ मैं ....सुनो कि सफर में हूँ मुद्दतों बाद किसी सफर में आराम आया है . आराम