ये अक्सर दबे पाँव आती है, चुपके से, अहम् की चादर ओढ़े, और खींच लेती है, आपके बढ़ते कदम, रोक देती है, सकारत्मकता के संचार को, आत्मा के विकास को..!! सुप्रभात। अपनी कमियों पर भी नज़र रखने वाले कभी मार नहीं खाते। #कमियोंपररखोनज़र #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विष्णुप्रिया #जीवनरंग #कविता #lifequotes #inspirationalquotes