देखते ही मुझको तुम खिलकर मुस्कराया करती थी, हर राज़ दिल का तुम हम से बखूबी छिपाया करती थी। अश्कों की नमी थी वो या चमक थी तुम्हारी आँखों की, कभी पलकों से कभी अलकों से तुम जिसे छिपाया करती थी।। #love #shayri #romantic_shayri #hindi #urdu