तेरी यादों के बिछौने पर मैं बड़े सुकून से सोता हूँ। मुँह छिपाकर चादर से तकीये से लिपटकर रोता हूँ।। तेरी यादों के बिछौने पर मैं बड़े सुकून से सोता हूँ। मुँह छिपाकर चादर से तकीये से लिपटकर रोता हूँ।। #तेरी #यादों #के #बिछौने #पर #मैं #बड़े #सुकून #से #सोता #हूँ। #मुँह #छिपाकर #चादर #से #तकीये #से #लिपटकर #रोता #हूँ।।