खुशफहमियों का बाज़ार गर्म है भूले हुए इंसान अपना कर्म है मुट्ठी भर राख में अकड़ लकड़ी सी अमरता का पाला झूठा भ्रम है ©Reema K Arora #Bharam #mymusings #lifequotes #copyrightreserved