वो शाम की लाली, वो पंछी की डाली। वो तेरा मुड- मुड के देखना, वो तेरा हमें देखकर मुस्कुराना। अगर याद है, तो समझो हमारा ईश्क अभी भी जिंदा है। वो तेरा ईश्क