Happy Dussehra राम जन्मे तो अयोध्या धन्य हो गयी रावण जन्मे तो लंका धन्य हो गयी दोनों जब लड़े तो दशहरा की उत्पत्ति हो गयी लोग बोल तो देते है की अधर्म पर धर्म की विजय हुई पर क्या आपके दिलो से वाकई झूठ की छुट्टी हो गयी कलयुग में कुछ भी बोलना और रामयुग में कुछ भी कर दिखना दोनों ही सत्य है राम तो सब बन जाते है इस दिन पर क्या सच में आपके अंदर से रावण के उस अहंकार की छुट्टी हो गयी राम जैसे शालीन और रावण जैसा ज्ञानी बनो इस कलयुग में भी अपने काम का लोहा मनवाने वाले एकमात्र प्रतिभाशली बनो Happy Dusshera Happy Dusshera Enjoy to celebrate Dusshera but don't forget to leave at least one bad habit from your nature and behaviour.