काश तुम्हे भी मेरी कभी याद आए कभी घूमते वक्त, कभी मेट्रो में सफर करते वक्त कभी कही प्रेमी जोड़े को देखते वक्त कभी पढ़ते वक्त कभी सोने से पहले कभी उठने के बाद कभी खाते वक्त कभी गुफ्तगू के वक्त कभी यूं ही खाली बैठे कभी यूं ही काम करते वक्त कभी भरी महफिल में बैठे हुए काश तुम्हारा भी मुझे देखना का मन हो, काश तुम्हारा भी मेरे से मिलने का दिल को कभी यूं ही आवाज सुनकर कभी यूं ही सवेरे के वक्त कभी यूं ही टहलते वक्त कभी यूं ही किसी मोड़ पर.. ©Varun Verma #Travel #Love #Nojoto #Prem #madhushala #poem