क्षमा चाहती हूँ पर इस तरह की गलियाँ इस मंच पर तो क्या कहीं भी शोभा नहीं देती हैं। इस तरह की गालियों में लिखा नहीं होता कि माँ और बहन किसकी हैं, वह आपकी भी हो सकती है। एक सभ्य समाज में गालियाँ किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं होनी चाहिए, ना दोस्ती ना मजाक I एक स्टार या डैश डाल देने से गालियों का स्वरूप परिवर्तित नहीं हो जाता है। इस तरह की गालियाँ एक प्रकार का मानसिक बलात्कार है। आजकल वास्तविकता दिखाने के चक्कर में देश सीरियल पिक्चरों में गालियों की भरमार शुरू हो गई है क्या यह सही है ? एक व्यक्ति की वास्तविकता दिखाने में आप पूरे समाज की वास्तविकता परिवर्तित कर रहे हैं। क्षमा चाहती हूँ पर इस तरह की गलियाँ इस मंच पर तो क्या कहीं भी शोभा नहीं देती हैं। इस तरह की गालियों में लिखा नहीं होता कि माँ और बहन किसकी हैं, वह आपकी भी हो सकती है। एक सभ्य समाज में गालियाँ किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं होनी चाहिए, ना दोस्ती ना मजाक I एक स्टार या डैश डाल देने से गालियों का स्वरूप परिवर्तित नहीं हो जाता है। इस तरह की गालियाँ एक प्रकार का मानसिक बलात्कार है।