इस शहर की हवाओं में ये कैसी रवानी है रास्ते में पडे हर पत्थर की एक कहानी है यूं तो इतिहास में दर्ज है कई पन्ने यहाँ के पर लोग कहते हैं सबसे दिलकश अपनी जवानी है। ऊँची बडी इमारतों का सुख भी देखा पर दिल को तसल्ली ढाबे वाली चाय से आनी है। मतलबी से दिखते हैं ये अजनबी चेहरे वफा की खुशबू तो अपने ही दोस्तों से आनी है। खंडर सी दिखती है जो हवेली सबको कोने कोने में उसके बचपन की कोई कहानी है। वो तालाब जो आज सूखा सा लगता है डूब कर उसी में तैरने की कला जानी है अनगिनत शामें है गवाह दोस्ती के किस्सो की हर मौके पर आज भी सुनाते हम वो कहानी हैं। इस शहर की हवाओं में ये कैसी रवानी है रास्ते में पडे हर पत्थर की एक कहानी है #MeraShehar