आखरी आंधी ने सब कुछ पहले जैसा कर दिया, परदे मैले कर दिया कालीन गंदा कर दिया। मेरे सारे लोग रफ्ता-रफ्ता उसके हो गए, मुझको उसकी महफिलों ने और तन्हा कर दिया। ©Amit Gautam #feather