समझा था तुम्हे मैने मोहब्बत का रहबर, तुम बीच राह हाथ छुड़ा के चल दिए, करना नही था जो अगर साथ में ये सफ़र, तो क्यो ये ख्वाब आखों को दिखा कर चल दिए। 👉🏻 प्रतियोगिता- 641 विषय 👉🏻 🌹"रहबर"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य है I 🌟कृपया font size छोटा रखें जिससे wallpaper ख़राब नहीं लगे और Font color का भी अवश्य ध्यान रखें ताकि आपकी रचना visible हो। 🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दिए हुए शब्द को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।