बदनसीबों के नसीब में बद्नसीबो के नसीब मे, नसीब भी लिखा है, खोकर पाना-पाकर खोना, बस यही जिन्दगी का सिलसिला है, यूँ तो नसीब टाटा, बिरला का भी बिगडा है, बद्नसीबी ने कभी उन्हे भी जक्ड़ा है, बिना मेहनत के तो हर इन्सान बदनसीब बना फिरता है, एक बार मेहनत कर के देखो, मैने तो बदनसीबो के भी नसीब बनते देखां है। #$hivi obaid rehman Khurram Abbasi Sarkar Photography Iram Hassan Karan Aayar Anab khan Durani