Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat जिस्म की प्यास बुझाने को क्या क्या पिया करते थे क्या क्या किया करते थे हर रोज़ ज़मीर को देहलीज पर टांग गुलचर्रे का नाम देकर वो क्या क्या किया करते थे इमान बेईमान लिखूं तबाही लिखूं क्या क्या लिखा करते थे क्या क्या किया करते थे पल भर की संतोषी को बेबाक चीख लगाते वो ख़ुद को क्या क्या किया करते थे हिस्सों में खेला खाया था रोज़ पिया करते थे क्या क्या किया करते थे रिश्तों के बंधन में बंधक पिड़न का नाम दिया करते थे क्या क्या किया करते थे मोहरो से चलते रिश्तों को मजबूत कहां करते थे क्या क्या किया करते थे बदनसीब बेबुनियाद बनाते वो कुछ पल ही जिया करते थे क्या क्या किया करते थे ना रास्ते ना रिश्ते ना कर्ज़ ना फ़र्ज़ बस ख़ुद में जीया करते थे क्या क्या किया करते थे ज़िन्दगी कहती जी लें तू क्या जीता था या पीती वो, ना हलक से उतरता सच फिर कहने को जीया करते थे, क्या क्या किया करते थे #realityoflife #life #lifequotes #real #relationship #yqbaba #yqdidi कुछ कड़वे सच के घुट को निगलते है कुछ ज़िन्दगी की सच्चाई को जीया करते है Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat जिस्म की प्यास बुझाने को क्या क्या पिया करते थे क्या क्या किया करते थे हर रोज़ ज़मीर को देहलीज पर टांग गुलचर्रे का नाम देकर वो क्या क्या किया करते थे