रस्ता और गाँव वो रस्ता जहां धूल उड़ा करती है पशुओं के आने जाने से । वो रस्ता जहां आज भी लोग रोक लेते हैं आते जाते को बातों के बहाने और मिल बैठकर पीते हैं चाय । वो रास्ता जहां आज भी पनिहारी जाती है पनघट का पानी लाने । वो रस्ता मेरे गांव जाता है । ................✍️देवकरण #रस्ता और गांव