एक हसीन सा एहसास बनाकर तुम ; मुझे हर पल अपनी निगाहों में रखना ! छू ना सके मुझे ये बहकी सी हवाए ; मुझे कैद ऐसे अपनी बाँहों में रखना ! मैं ख़ाक हूँ ,देखो बिखर ना जाऊं कहीं ; मुझे समेट कर अपनी आग़ोश में रखना ! ©कवि आदित्य बजरंगी #Love