चाँद में वो बात कहाँ जो तुझमें है ऐ मोहतरमा, चाँद तो बस रात रौशन करता है तुम तो हर वक्त़ समा बना जाती हो, चाँद में वो दाग़ उसकी खूबसूरती बढ़ाता है तुम्हें तो हया का रंग ही खूबसूरत बनाता है, चाँद तो अपने शबाब़ से ढ़लता सा जाता है तुम्हारा शबाब़ तो हर पल बढ़ता सा जाता है, चाँद की चाँदनी तो कभी है, कभी नहीं तुम्हारी तिश्नगी है निरंतर, जिसका कोई सानी नहीं ।। #चाँद_और_तुम 💞💞😍💞💞 #YQdidi #YQbaba #YoPoWriMo