प्यारी डायरी.. हां कुछ प्यार है , मुझे अपनी पुरानी चीजों से बड़ा सहेज कर रखती हूं.. जैसे अपनी पुरानी किताब, पुरानी गुड़िया, वो बस्ता मां की साड़ी,पापा की घड़ी हां वो पहली बार जब उससे बचपन में आंखें लड़ी.. बड़ा सहेज कर..... सब कुछ दबा पड़ा है, इस दिल की गहराइयों में बड़ा सहेज कर.... वो छोटी सी संदूकची, बातें जिसमें अनकही, उतारुगीं पन्नों पर उनको फिर कभी ना कभी... #पुरानी_यादें #बचपनकीयादें #संदूकची #yqquotes #yqdiary #tulikagarg