जिंदगी का मौसम देती है ऊषा खिड़की पे दस्तक, पंछियों के कोलाहल संग, मां की पायलियों की रुनझुन, आंगन में भरती है उमंग। बचपन की प्यारी यादों का चलचित्र, बुरे वक्त में चलता है, हर पड़ाव पर जिंदगी का मौसम, न जाने कितने रंग बदलता है। #memory #childhodmemory