A short story ना हमारा कोई ठिकाना था। ना तुम्हारा कोई फसाना था। बातों ही बातों में बस तुमसे दिल लगाना था, तेरे हर आंसू को चुरा कर, तेरी मुस्कराहट की वजह बन जाना था। ख़ामोशियों में लिपटे हुए तेरे हर दर्द को मिटाकर, जिंदगी भर तेरा साथ निभाना था। पर टूटे हुए इस रिश्ते से भला कौन अंजाना था, अब ना मिलने की कोई ख्वाईश, और ना कोई झूठा बहाना था। बस दिल में एक दर्द था जो तुम्हे बताना था, पर, ना हमारा कोई ठिकाना था। ना तुम्हारा कोई फसाना था। #A short story #Nojotohindi