बरसात का मौसम है छीटे तो दामन पर आ ही जायेगे। कोशिश की है दिल लगा कर तो राह तक आ ही जायेंगे। वो बैठा है किसी तकदीर को लेकर, पसीना आया है बदन में,तो मंजिल पा ही जायेंगे। 🙏मिलिंद जी🙏 पसीना