Nojoto: Largest Storytelling Platform

आज की संपन्नता विष बीज ऐसे बो गयी। छल फरेब की भावन

आज की संपन्नता विष बीज ऐसे बो गयी।
छल फरेब की भावना एक दूजे की हो गयी
स्वार्थता की आंधियां ऐसी चली इस देश में-
सरल मन इंसान की इंसानियत ही खो गयी।

      डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद

©rekha jain
  संपन्नता
rekhajain2701

rekha jain

New Creator

संपन्नता #Quotes

27 Views