मेरी नींद,चैन,भूख और प्यास सब अब छीन लोगों क्या या बदले में मेरी ही जान लोगे क्या यूं दिन रात शक की निगाह से मत देखो बेचैन करके सरे आम कत्ल का इल्ज़ाम दोगे क्या यक़ीन नहीं होता अपनी चाहत का अंज़ाम तू भी इस तरह रोज मेरा ही इम्तिहान लोगे क्या ये मत पूछो ज़िन्दगी से क्यूं गिला है मुझको तुम मुझे दगा देकर अब मेरी ही जान लोगे क्या मेरे अरमान मेरे गम ©Prem Narayan Shrivastava मेरे गम मेरे अरमान@प्रेम नारायण एंटरटेनमेंट चैनल #Journey