कैसे बताऊँ.. कितना समझाऊँ.... समझ समझ के समझे ना... थोड़ा नादान वो... थोड़ा परेशान वो... उलझन उसकी समझू ना... होकर खामोश वो.... करता बडा शोर वो... गुस्से मे मदमस्त...फिर भी खामोश वो... कैसे बताऊँ...कैसे समझाऊँ... हमारी खुशी...उनसे जुड़ी... बात यें वो समझे ना... रूठता बड़ा...होकर दूर खडा... उलझन उसकी समझू ना... कैसे बताऊँ... कैसे समझाऊँ... समझ समझ के समझे ना.... खो गयी, मीठी बातें... याद करूँ... वो शरारतें... नाराजगी उसकी देख पाऊँ ना... कैसे बताऊँ... कैसे समझाऊँ... कुछ समझूँ ना...समझूँ ना... ©Asha...#anu #नोजोटोहिंदी #नोजोटोकविता #Nojotowriters #नोजोटो_साहित्य #allalone