उम्र गुजर रही है बेमिसाल हो रहे है लोग हैरां है कैसे बाकमाल हो रहे हैं दिल बड़ा रखा अपनी तहजीब न भूले गजल का कोई ताजा ख्याल हो रहे है धूप छांव जिंदगी रास्ते में सहरा भी था गुफ्तगू मुश्किलों से सालोसाल हो रहे है बेहतरीन तो नही हूं पर फरेब नही मुझमें बहुत अच्छा होने से ही ये हाल हो रहे है बिन परों के भी उड़ना आ रहा है हमे सोच सोच कर हम तो निहाल हो रहे #MeeraMishra 😊😊 ©Writer L B Yadav #UskiAankhein bemisal