कल्पना दिवानो के दिल मे प्यार का होना लाजमी हे उनकी दडकने जारी हे लेकिन सासे किसी का कर्ज हे................', दिवानापन एहसास ही हे दिल का वरना कौन देवधास पारो -पारो की आहे भरता !