तुझे पाने की ख़्वाइश किसे है तेरे पास होने का सुकूं बड़ा है, एक लम्हा बीता था तेरे साथ कभी आके देख मेरे पास पड़ा है, हर ज़र्रे को ख़बर है प्रेम के हाल का एक तू ही है जो प्रेम से दूर खड़ी है, इस दोस्ती के नशे को नासमझ जमाना क्या समझेगा, कम्बख़्त तेरी आँखो से जो चढ़ी है।। ©Prem_pyare #chai #Teri_kami #teri_yaad_aa_rahi_hai #nidhi #sayuri