ख़ामोशी को समझना सिख लो, हर बार तुम्हे आवाज दूँ मैं,जरूरी तो नहीं सुनों,,,,, अब दिल की धड़कनों की आवाज समझना सीख लो,,,,! #anjan#rhoge#kabtak?# Varsha Singh Baghel(शिल्पी)