चांद बन के मेरे दिल के फलक पे छा जाओ ना, सुनो यूं ना रूठी रहो आप, ज़रा सा मुस्कुराओ ना, मैंने मान लिया तुम्हें अपना है, तुम भी मान जाओ ना, भूली बिसरी यादों से बाहर, निकल आओ ना, चार दिन की ज़िंदगी को, चार लोगों की बातों में मत बिताओ ना, चंद लम्हें हमारी तरह ही तुम भी, हमको चाहो ना मुमकिन है दुनिया में, नामुमकिन का मुमकिन हो जाना, मेरे दिल के दरवाजे पे दस्तक, एक बार दे जाओ ना... आओ एक बार प्यार से मुझे गले लगाओ ना Abhishekism #AbhishekTiwariz (10:05 AM) 30th May 2019 #abhishekism